नई दिल्ली। भारत ने एक और ऐतिहासिक आर्थिक साझेदारी की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की है कि भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) के बीच व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौता (TEPA) 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा।
इस समझौते के तहत आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड से भारत को 15 वर्षों में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की गारंटी मिली है। इसके बदले भारत ने कई उत्पादों — जैसे स्विस घड़ियां, चॉकलेट, और कटे हुए हीरे — पर शुल्क कम या खत्म करने की सहमति दी है।
इस समझौते में भारत ने 82.7% टैरिफ लाइनों तक बाज़ार खोल दिया है, जिससे 95.3% ईएफटीए निर्यात कवर होगा।
यह समझौता न केवल आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि 1 मिलियन नए रोजगार सृजित करने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा।