जबलपुर। जबलपुर शहर के मास्टर प्लान
हेतु कार्यालय संचालक नगर तथा ग्राम निवेश जिला कार्यालय द्वारा आयोजित बैठक में जबलपुर चेम्बर द्वारा सुझाव पेश किये गये जिसके तहत
इकोनॉमिक जोन- रिंग रोड से लगकर "इकोनॉमिक जोन" बनाया जाये। इसी स्थान पर औद्योगिक वाणिज्यिक,
कपड़ा क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा क्लस्टर, इलेक्ट्रानिक पार्क, एग्रीकल्चर क्लस्टर, कृषि उपज मंडी, होलसेल व्यापार, आदि होगा।
ट्रांसर्पोट हब- नये मास्टर प्लान में ट्रांसर्पोट हब को शामिल किया जाना चाहिये इससे परिवहन और लॉजिस्टिक्स में सुधार होगा। इसी स्थान पर "ड्राय कन्टेनर हब" बनाया जाये। इम्पोर्ट-एक्सर्पोट को प्रोत्साहन मिले जिसमें रेल्वे, बस, मेट्रो क्नेक्टिविटी शामिल हो। इस तरह के मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब, माल ढुलाई और आपूर्ति श्रंखला को बेहतर बनाने में मदद करेगा, शहर में उद्योग और व्यवसायों को आकर्षित करेगा।
एजुकेशन जोन बनाया जाए- मास्टर प्लान में एजुकेशन जोन बनाया जाए। एजुकेशन जोन का मतलब है एक ऐसा क्षेत्र जहाँ शिक्षा से संबंधित संस्थानों, जैसे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण केन्द्र को एक साथ लाया जा सके। इससे एक ही स्थान पर शिक्षा और प्रशिक्षण का मौका मिलेगा।
हेल्थ एण्ड हॉस्पिटल जोन बनाया जाये- मास्टर प्लान में हेल्थ एवं हॉस्पिटल जोन बनाया जाना चाहिये। इससे स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और एक ही स्थान पर सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करने में मदद मिलेगी, एक समर्पित जोन में अस्पताल क्लीनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर, और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएँ एक साथ होने से लोगों को विभिन्न स्थानों पर जाने की आवश्यक्ता नही होगी। और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
जबलपुर के औद्योगिक क्षेत्रों को रिंग रोड से जोड़ा जाये- जबलपुर में मनेरी अधारताल, उमरिया डुंगरिया, रिछाई, आदि क्षेत्रों को रिंग रोड से जोड़ा जाये ताकि औद्योगिक क्षेत्रों को यातायात में सुगमता रहे और उनका विकास हो सके। जबलपुर चेम्बर के प्रेम दुबे, कमल ग्रोवर, अजय बख्तावर, (अध्यक्ष जबलपुर सराफा एसोसिएशन) विरेन्द्र केशरवानी (उपाध्क्ष मध्य प्रदेश अनाज तिलहन व्यापारी संघ), राजा सराफ (मध्य प्रदेश अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन), दीपक जैन, (एम डी गारमेंट्स क्लस्टर), अभिषेक ध्यानी (एडवोकेट), अभिषेक ओसवाल (सीए), पंकज सेन, दीपक सेठी, राकेश श्रीवास्तव (अध्यक्ष अधारताल व्यापारी संघ), रजनीश त्रिवेदी, शशिकांत पांडेय, उमेश ग्रावकर, आदि इस बैठक में उपस्थित थे।