नई दिल्ली, 21 जून 2025:
पाकिस्तान की वायुसेना जल्द ही चीन से 40 J-35 स्टील्थ फाइटर जेट प्राप्त करने जा रही है। यह सौदा न सिर्फ उसकी हवाई ताकत को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत के लिए सामरिक संतुलन की नई चुनौती भी पेश करेगा।
J-35 की स्टील्थ क्षमता, दोहरे इंजन, और मल्टी-सेंसर नेटवर्क इसे एक उन्नत मंच बनाते हैं। इसकी तुलना यदि भारत के पास मौजूद राफेल या Su-30 MKI से करें तो कहा जा सकता है कि तकनीकी रूप से J-35 एक स्टील्थ लाभ जरूर देता है, लेकिन अनुभव, युद्ध-परिक्षण और समग्र क्षमताओं में राफेल अभी भी अधिक भरोसेमंद है।
भारत के लिए विकल्प साफ हैं:
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अपने AMCA प्रोग्राम को तेजी दें
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S-400 जैसी हवाई सुरक्षा प्रणाली को ऑपरेशनल मोड में लाएं
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मल्टी-लेयर एयर डिफेंस रणनीति अपनाएं
यह स्पष्ट है कि J-35 की तैनाती से भारत को अपनी हवाई रणनीति को पुर्नमूल्यांकन करना ही होगा।