"ऑपरेशन सिंधु": भारत की रणनीतिक तत्परता और मानवीय जिम्मेदारी का उदाहरण


नई दिल्ली, 21 जून 2025:

इजराइल और ईरान के बीच हालिया सैन्य तनाव ने वैश्विक सुरक्षा संतुलन को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे वक्त में भारत ने न सिर्फ स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी, बल्कि अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए 'ऑपरेशन सिंधु' की शुरुआत की।

इस रणनीतिक ऑपरेशन के तहत अब तक तीन चरणों में कुल 517 भारतीयों को युद्धग्रस्त ईरान से सुरक्षित स्वदेश लाया गया है।

  • पहली फ्लाइट 19 जून को उर्मिया विश्वविद्यालय के 110 छात्रों को लेकर आई।

  • दूसरी फ्लाइट 20 जून को मशहद से 290 भारतीय छात्रों के साथ लौटी।

  • तीसरी फ्लाइट 21 जून को अश्गाबात (तुर्कमेनिस्तान) से 117 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंची।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के अनुसार, यह अभियान केवल निकासी नहीं, बल्कि भारतीय विदेश नीति की विश्वसनीयता का परिचायक है। उन्होंने बताया कि ईरान में अब भी 10,765 भारतीय नागरिक मौजूद हैं, जिनके लिए निकासी अभियान चरणबद्ध जारी रहेगा।

यह ऑपरेशन भारत की कूटनीतिक कुशलता, सैन्य लॉजिस्टिक्स, और राजनयिक समन्वय का जीवंत उदाहरण है

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