अधारताल तालाब को बचाने की मांग


जबलपुर। नगर निगम के अधिकारियों ने अधारताल तालाब के मुख्य प्रवेश द्वार पर कचरा घर बनाकर रख दिया है, जिससे अब तालाब परिसर का वातावरण पूर्ण रूप से प्रदूषित हो रहा है। वरिष्ठ पत्रकार आशीष विश्वकर्मा ने जनहित में तालाब का मुआयना कर मांग करते हुए बताया की तालाब के मुख्य प्रवेश द्वार से जैसे ही प्रवेश करेंगे तो यहां अब प्रकृति के शुद्ध वातावरण का आनंद नहीं बल्कि कचरा घर के बन जाने से यहां पर आने वाली अत्यंत दुर्गंध का सामना करना पड़ेगा, जिसे नगर निगम के तमाम जिम्मेदारों के द्वारा किया जा रहा है और अधारताल तालाब परिसर के शुद्ध वातावरण को खराब किया जा रहा है।

इस तरह नगर निगम स्वयं केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा यानि की प्रकृति, पर्यावरण और जल के साथ खिलवाड़ करने का कार्य किया जा रहा है, एक तरफ ताल-तलैयों, कुओं, बाबलियों और तमाम जल स्त्रोतों को बचाने के लिए सरकार तमाम प्रकार के अभियान को चला रही है, वहीं उनके ही विभाग नगर निगम जबलपुर के अधिकारी अधारताल तालाब के शुद्ध वातावरण को खराब करने में आमदा है। अगर अधारताल तालाब परिसर से कचरा घर अलग नहीं किया गया, तो भविष्य में अधारताल तालाब पूर्ण रूप से गंदगी का शिकार हो जाएगा और पुन: तालाब का वातावरण खराब हो जाएगा, क्योंकि अधारताल तालाब को बचाने के लिए पूर्व में क्षेत्र के तमाम नागरिक, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व स्वयं प्रशासन के द्वारा खून पसीना एक किया गया है, लेकिन इन सभी प्रयासों पर स्वयं नगर निगम जबलपुर के अधिकारी पानी फेरने का काम कर रहे हैं।


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