उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की ओर से आयोजित कनिष्ठ सहायक, कनिष्ठ लिपिक एवं सहायक स्तरीय-3 (Junior Assistant/Clerk/Assistant Grade-III) की परीक्षा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। परीक्षा 29 जून को दो घंटे की एकल पाली में आयोजित की जाएगी और इसमें निगेटिव मार्किंग का सख्त प्रावधान लागू होगा।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक की कटौती की जाएगी। यह नियम ऐसे अभ्यर्थियों के लिए चेतावनी स्वरूप है जो अंदाज़े से उत्तर देते हैं।
परीक्षा के नियम : हर उत्तर पर 4 विकल्प, एक भी चूक पड़ी भारी
इस प्रतियोगी परीक्षा की संरचना वस्तुनिष्ठ (Objective) रहेगी। कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे जिन्हें 120 मिनट में हल करना होगा।
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प्रत्येक प्रश्न में चार उत्तर विकल्प होंगे।
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अभ्यर्थियों को केवल एक विकल्प चुनना होगा।
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यदि गलत उत्तर चूना या दो विकल्प भरे गए, तो एक चौथाई अंक की कटौती होगी।
परीक्षा में पारदर्शिता और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है। इसके चलते परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से कम-से-कम एक घंटा पूर्व केंद्र पर पहुंचना होगा।
मेरठ में 40 केंद्र, पूरे प्रदेश में 541 परीक्षा स्थल
मेरठ में इस परीक्षा को सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के लिए 40 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ 19,056 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।
प्रदेशभर में यह परीक्षा 21 जिलों में आयोजित की जाएगी, जिनमें प्रमुख जिले निम्नलिखित हैं:
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मेरठ मंडल: मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर
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सहारनपुर मंडल: सहारनपुर
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पूर्वी व मध्य यूपी: प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर
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बुंदेलखंड क्षेत्र: झांसी
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पश्चिमी यूपी: मथुरा, आगरा, अलीगढ़, बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली
कुल मिलाकर 541 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा संपन्न कराई जाएगी।
डीएम वीके सिंह ने समीक्षा बैठक बुलाई, सुरक्षा-व्यवस्था पर खास जोर
मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने 26 जून को दोपहर 3 बजे विकास भवन सभागार में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में परीक्षा ड्यूटी पर नियुक्त सभी अधिकारियों, केंद्र अधीक्षकों और संबंधित विभागीय कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा।
इस बैठक में परीक्षा से जुड़ी अंतिम तैयारियों, सुरक्षा उपायों, आवागमन, ट्रैफिक मैनेजमेंट और बायोमेट्रिक प्रक्रिया की समीक्षा होगी। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि परीक्षा के दौरान कोई भी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अनुशासन में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी।
चुनौतीपूर्ण होगी परीक्षा, आयोग सख्त रुख में
यह परीक्षा न केवल अभ्यर्थियों के लिए प्रतिस्पर्धात्मक होगी, बल्कि इसमें व्यवस्था बनाए रखना भी प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
बायोमेट्रिक उपस्थिति, निगेटिव मार्किंग और 21 जिलों में फैले परीक्षा केंद्रों की निगरानी – ये सभी बातें इस बार की परीक्षा को विशेष बनाती हैं।
UPSSSC की ओर से एक संदेश भी दिया गया है:
"ईमानदारी से परीक्षा दें, अनियमितता या अनुचित साधनों के प्रयोग पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
विशेष रिपोर्ट का निष्कर्ष:
29 जून को यूपी की यह परीक्षा एक बड़ी प्रशासनिक कसौटी होगी, जो लाखों युवाओं के भविष्य की दिशा तय करेगी। सख्त नियमों के बीच परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता बरकरार रखने की आयोग की यह पहल एक सकारात्मक संकेत है, जिसकी सफलता प्रशासन की सुदृढ़ तैयारी पर निर्भर करती है।
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