भावनगर। मानसून की पहली बारिश ने गुजरात की आपदा प्रबंधन तैयारियों की पोल खोल दी। भावनगर जिले में भारी बारिश से कई गांव जलमग्न हो गए। वाहन बहते रहे, सड़कों पर सैलाब का मंजर छा गया और प्रशासन तब हरकत में आया जब स्कूल के बच्चे पानी में फंसे।
महुवा तालुका के तलगाजर्दा गांव के पास स्कूल बस में सवार 38 बच्चे रास्ते में ही फंस गए। बस ड्राइवर ने जैसे-तैसे बच्चों को पास के मकान में पहुंचाया, लेकिन जलस्तर बढ़ने के साथ खतरा भी गहराता गया। प्रशासन की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को निकाला गया, पर सवाल यह उठता है कि ऐसी स्थिति बनने ही क्यों दी गई?
क्या सड़कों और ड्रेनेज सिस्टम की स्थिति की पहले से समीक्षा नहीं होनी चाहिए थी? क्या स्कूलों को पहले ही अलर्ट नहीं किया जाना चाहिए था?
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