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गुजरात के बडौदा जिल्ले के देसर तालुका के पांडु मेवास गांव में मोहसिने आज़म मिशन द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया।
इस सामूहिक विवाह में 11 जोडे शादी के पवित्र बंधन में जुड़े।
मोहसिने आजम मिशन के सरपरस्त हजरत सैयद हसन असकरी अशरफ अशरफी अल जीलानी साहब की मुख्य अतिथि में पांडु मेवास एवंम कालोल शाखा द्वारा कल देसर तालुका के पांडु मेवास में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें 11 जोड़ों ने दिव्य जीवन में अपना पहला कदम रखा। सभी 11 जोड़ों को मोहसिने आज़म मिशन द्वारा घरेलू सामान प्रदान किया गया।
मुख्य अतिथि हजरत सैयद हसन असकरी मियां अशरफी जिलानि किछौछा शरीफ, सैयद कलंदर बादशाह बावा (पाली), सैयद हजरत साहब बड़ी गादी सूरत, ऑल इंडिया अशरफी टिफिन सर्विस इंचार्ज तारिक भाई बांडी मोडासा, साथ ही सावली देसर तालुका विधायक केतन इनामदार, बड़ौदा डेयरी के डारेक्टर कुलदीप सिंह राउलजी, मुक्तियार अहेमद मलेक लघुमति मोर्चा अध्यक्ष पांडु देसर तालुका भारतीय जनता पार्टी ।
मोहसिने आज़म मिशन कालोल प्रमुख सैयद मुजम्मिल बापू, मोहसिने आजम मिशन पांडू निगरा अली मोहम्मद खान, मोहसिने आज़म मिशन पांडू प्रमुख जाकिर खान, मोहसिने आज़म मिशन पांडू उप प्रमुख आबिद खान, मोहसिने आज़म मिशन पांडू सेक्रेटरी मयूद्दीन खान, मोहसिने आज़म मिशन पांडू खजांची अरबाज खान,
मोहसिने आज़म मिशन पांडु मेवास के सभी सदस्य ओर अशरफी कमिटी पांडुमेवास के प्रमुख इरफान खान और उनकी पूरी टीम उपस्थित थी।विवाह समारोह सुबह दस बजे हुआ।
हज़रत सैयद हसन अस्करी मियां अशरफ़ी जिलानी सुबह ग्यारह बजे पहुंचे। आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। हजरत सैयद हसन अस्करी मियां अशरफी जिलानी ने अपनी तकरीर में कहा कि शादियों पर अनावश्यक खर्च न करें और अपने बच्चों की शिक्षा पर खर्च करें। शिक्षा पर ध्यान दें. बच्चों को रोज़ाना और दुनियावी तालीम दीजिए। मोहसिने आज़म मिशन का आदर्श वाक्य पढ़ोगे तो आगे बढ़ोगे होकर शिक्षा पर अधिक ध्यान देंगे। वहीं पहलगाम में हुई घटना के बारे में उन्होंने कहा कि जो घटना घटी है वह निंदनीय है। आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता. मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे देश भारत में सभी लोग सांप्रदायिक एकता के साथ रहें। उन्होंने प्रार्थना करने आए सभी अतिथियों, नेताओं और ग्रामीणों के प्रति आभार व्यक्त किया।