कलेक्ट्रेड के साईकिल स्टेण्ड की निविदा में जटिल दस्तावेज व मिली भगत की शिकायत



जबलपुर। कलेक्ट्रेड कार्यालय परिसर में आंगतुको हेतु वाहनो की पार्किंग व्यवस्था के लिये निकाली गई निविदा में कलेक्ट्रेड के नाजिर द्वारा एक ही व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के उद्देशय से दस्तावेजो की प्रक्रिया जटिल कर देने की लिखित शिकायत कलेक्टर से की गई है।

शिकायतकर्ता सदर निवासी सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया की कलेक्ट्रेड के नाजिर व अन्य कर्मचारियो की मिली भगत के कारण एक ही व्यक्ति को विगत 25 वर्षों से साईकिल, स्कूटर स्टेण्ड का ठेका नाम बदल-बदलकर दिया रहा है और वह आंगतुको से मनमाने रुपये वसूल करता है। शिकायत में बताया गया है कि नया ठेका हेतु निकाली गई निविदा में इतना कम समय दिया गया है कि कोई अन्य व्यक्ति इतनी जल्दी दस्तावेज न बनवा सके और ठेका पुनः वर्तमान ठेकेदार को ही दिया जा सकें।

शिकायत में यह भी बताया गया कि पहले अमानत राशि 5O हजार रुपये जमा करवाई जाती रही अब 2 लाख रुपये जमा कराई जा रही है, पहले निविदा फार्म 10 रुपये का दिया जाता रहा अब 1 हजार रुपये का दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त दस्तावेज गुमास्ता लाईसेंस, 3 वर्ष की इंकम टैक्स रिटर्न, 3 वर्ष का टर्न ओवर 24 लाख का, अनुभव प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, कई विभागो की एनओसी इस बावत कि ब्लैक लिस्टेड तो नही है। इन सब दस्तावेजो की कोई आवशयकता नही है, और संपूर्ण म.प्र. के कलेक्ट्रेटो व अन्य विभागो में ये सब दस्तावेज न तो मांगे जाते है और न ही इस तरह का कोई नियम है। शिकायतकर्ता ने उचित जांच व जटिल दस्तावेजो की मांग को रद्द करने और निविदा भरे जाने  की अवधि बढाये जाने की मांग कलेक्टर से की है।

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